हम रोज मीला करते है
हररोज मिला करते है
तूम दिखती हो चौराहे पर
कभी पेड की टहनी पर
कभी झांकते बादलो मे
तो कभी रात के अंधेरो मे
तारो मे तूम चमकती हो
खेतो मे लहराती हो
कभी अपनो की हसीं मे
कभी गैर के खुशी मे
तूम सदा महकती
रहती हो
कभी गली मुहल्लो मे
कभी अनजान राहो पर
ऐ जिंदगी तूम हमको
हररोज मीला करती हो

©️ShashikantDudhgaonkar